1. नशा मोहब्बत का हो या शराब का
होश दोनों में खो जाता है
फर्क सिर्फ इतना है
शराब सुला देती है
और मोहबत रुला देती है
2. दिल की ख्वाहिश को नाम क्या दूँ
प्यार का उसे पैगाम क्या दूँ
इस दिल में दर्द नहीं यादें है उसकी
अब यादें ही मुझे दर्द दे तो उसे इलज़ाम क्या दूँ
3.याद करते है तुम्हे तन्हाई में
दिल डूबा है गमो की गहराई में
हमे मत ढूंढना दुनिया की भीड़ में
हम मिलेंगे तुम्हे तुम्हारी ही परछाई में
4. सजा हमे यह कैसी मिली दिल लगाने की
रो रहे मगर तमन्ना थी मुस्कुराने की
अपना दर्द किसे दिखाऊ ऐ दोस्त
दर्द भी उसी ने दिया जो वजह थी मुस्कुराने की
5. दिल को आता है जब भी ख्याल उनका
तस्वीर से पूछते हैं हाल उनका
वो कभी हमसे पूछा करते थे जुदाई क्या है
आज समझ में आया है सवाल उनका