दर्द के हवाले क्यों उल्फत का नाम लेकर
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आँखों से छलकते है अश्कों का जाम लेकर..
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हस्ते गाते जी रहे थे हम,
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पता नही क्यों दिल लगा बेठे और दर्द मिल गया..|
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आँखों से छलकते है अश्कों का जाम लेकर..
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हस्ते गाते जी रहे थे हम,
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पता नही क्यों दिल लगा बेठे और दर्द मिल गया..|