दिल पे ना लीजिए अगर कोई आपको बुरा कहे
ऐसा कोई नहीं है जिसे हर शक्स अच्छा कहे
शुभ रात्री
दिल पे ना लीजिए अगर कोई आपको बुरा कहे
ऐसा कोई नहीं है जिसे हर शक्स अच्छा कहे
शुभ रात्री
✨ लघु कथा with बड़ा सवाल✨
एक 'समृद्ध' परिवार की महिला साड़ी की दूकान जाकर कहती है...कम से कम दाम वाली हल्की साड़ी दिखाना, बेटे की शादी है...कामवाली को भेंट देनी है
कुछ देर बाद, उसी दूकान पे काम वाली आती है और कहती है....भैया महँगी वाली साड़ी दिखाना, मालकिन के बेटे की शादी है...नई बहु को भेंट देनी है..........!!!
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'समृद्ध' कौन ?
_*APJ Abdul Kalams's Messages to Start your day Beautifully -*_
*1. जिदंगी मे कभी भी किसी को*
*बेकार मत समझना,क्योक़ि*
*बंद पडी घडी भी दिन में*
*दो बार सही समय बताती है।*
*2. किसी की बुराई तलाश करने*
*वाले इंसान की मिसाल उस*
*मक्खी की तरह है जो सारे*
*खूबसूरत जिस्म को छोडकर*
*केवल जख्म पर ही बैठती है।*
*3. टूट जाता है गरीबी मे*
*वो रिश्ता जो खास होता है,*
*हजारो यार बनते है*
*जब पैसा पास होता है।*
*4. मुस्करा कर देखो तो*
*सारा जहाॅ रंगीन है,*
*वर्ना भीगी पलको*
*से तो आईना भी*
*धुधंला नजर आता है।*
*5..जल्द मिलने वाली चीजे*
*ज्यादा दिन तक नही चलती,*
*और जो चीजे ज्यादा*
*दिन तक चलती है*
*वो जल्दी नही मिलती।*
*6. बुरे दिनो का एक*
*अच्छा फायदा*
*अच्छे-अच्छे दोस्त*
*परखे जाते है ।*
*7. बीमारी खरगोश की तरह*
*आती है और कछुए की तरह*
*जाती है;*
*जबकि पैसा कछुए की तरह*
*आता है और.खरगोश की*
*तरह जाता है ।*
*8. छोटी छोटी बातो मे*
*आनंद खोजना चाहिए*
*क्योकि बङी बङी तो*
*जीवन मे कुछ ही होती है।*
*9. ईश्वर से कुछ मांगने पर*
*न मिले तो उससे नाराज*
*ना होना क्योकि ईश्वर*
*वह नही देता जो आपको*
*अच्छा लगता है बल्कि*
*वह देता है जो आपके लिए*
*अच्छा होता है*
*10. लगातार हो रही*
*असफलताओ से निराश*
*नही होना चाहिए क्योक़ि*
*कभी-कभी गुच्छे की आखिरी*
*चाबी भी ताला खोल देती है।*
*11. ये सोच है हम इसांनो की*
*कि एक अकेला*
*क्या कर सकता है*
*पर देख जरा उस सूरज को*
*वो अकेला ही तो चमकता है।*
*12. रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो*
*उन्हे तोङना मत क्योकि*
*पानी चाहे कितना भी गंदा हो*
*अगर प्यास नही बुझा सकता*
*वो आग तो बुझा सकता है।*
*13. अब वफा की उम्मीद भी*
*किस से करे भला*
*मिटटी के बने लोग*
*कागजो मे बिक जाते है।*
*14. इंसान की तरह बोलना*
*न आये तो जानवर की तरह*
*मौन रहना अच्छा है।*
*15. जब हम बोलना*
*नही जानते थे तो*
*हमारे बोले बिना'माँ*'
*हमारी बातो को समझ जाती थी।*
*और आज हम हर बात पर*
*कहते है छोङो भी 'माँ'*
*आप नही समझोंगी।*
*16. शुक्र गुजार हूँ*
*उन तमाम लोगो का*
*जिन्होने बुरे वक्त मे*
*मेरा साथ छोङ दिया*
*क्योकि उन्हे भरोसा था*
*कि मै मुसीबतो से*
*अकेले ही निपट सकता हूँ।*
*17. शर्म की अमीरी से*
*इज्जत की गरीबी अच्छी है।*
*18. जिदंगी मे उतार चङाव*
*का आना बहुत जरुरी है*
*क्योकि ECG मे सीधी लाईन*
*का मतलब मौत ही होता है।*
*19. रिश्ते आजकल रोटी*
*की तरह हो गए है*
*जरा सी आंच तेज क्या हुई*
*जल भुनकर खाक हो जाते।*
*20. जिदंगी मे अच्छे लोगो की*
*तलाश मत करो*
*खुद अच्छे बन जाओ*
*आपसे मिलकर शायद*
*किसी की तालाश पूरी हो।*
लोग जब अनपढ थे तो परिवार एक हुआ करते थे,
मैंने टूटे परिवारों में अक्सर पढे लिखे लोग ही देखे है !!
मनुष्य का अपना क्या है..?
- जन्म : दूसरो ने दिया,
- नाम : दूसरो ने रखा,
- शिक्षा : दूसरो ने दी,
- रोजगार : दूसरो ने दिया, और . . .
- शमशान : दूसरे ले जायेंगे...
. . . तो व्यर्थ मे घमंड . . .
- किस बात पर करते है लोग.!
ये चन्द पंक्तियाँ जिसनेभी लिखी है
खूब लिखी है
मंदिर के बाहर लिखा हुआ
एक खुबसुरत सच......
अगर उपवास करके
भगवान खुश होते,
तो इस दुनिया में बहुत दिनो तक
खाली पेट रहनेवाला भिखारी
सबसे सुखी इन्सान होता..
उपवास अन का नही
विचारों का करे....
इंसान खुद की नजर में
सही होना चाहिए,
दुनियातो भगवान से भी दुखी है
चिड़िया जब जीवित रहती है
तब वो चिंटी को खाती है
चिड़िया जब मर जाती है
तब चींटिया उसको खा जाती है।
इसलिए इस बातका ध्यान रखोकी
समय और स्तिथि कभी भी
✋बदल सकते है.
☝इसलिए कभी किसी का
अपमान मत करो
कभी किसी को कम मत आंको।
तुम शक्तिशाली हो सकते हो
पर समय तुमसे भी शक्तिशाली है।
एक पेड़ से लाखो माचिस की
तीलिया बनाई जा सकती है
☝पर एक माचिस की तिल्ली से
लाखो पेड़ भी जल सकते है।
☔कोई चाहे कितना भी
महान क्यों ना हो जाए,
⚡पर कुदरत कभी भी किसी को
❎महान बनने का मौका नहीं देती।
कंठ दिया कोयल को,
तो रूप छीन लिया ।
रूप दिया मोर को,
तो ईच्छा छीन ली ।
दी ईच्छा इन्सान को,
तो संतोष छीन लिया ।
✋दिया संतोष संत को,
तो संसार छीन लिया ।
दिया संसार चलाने
देवी-देवताओं को,
तो उनसे भी मोक्ष छीन लिया ।
मत करना कभी भी ग़ुरूर
अपने आप पर 'ऐ इंसान'
भगवान ने तेरे और मेरे जैसे
कितनो को मिट्टी से बना के,
मिट्टी में मिला दिए ।
इंसान दुनिया में
✊ तीन चीज़ो के लिए
मेहनत करता है
1-मेरा नाम ऊँचा हो .
२ -मेरा लिबास अच्छा हो .
3-मेरा मकान खूबसूरत हो ..
लेकिन इंसान के मरते ही
भगवान उसकी तीनों चीज़े
सबसे पहले बदल देता है
१- नाम = (स्वर्गीय )
२- लिबास = (कफन )
३-मकान = ( श्मशान )
जीवन की कड़वी सच्चाई
जिसे हम समझना नहीं चाहते
एक पथ्थर सिर्फ
एक बार मंदिर जाता है और
भगवान बन जाता है ..
इंसान हर रोज़ मंदिर जाते है
⚫फिर भी पथ्थर ही रहते है ..!!
एक औरत बेटे को
जन्म देने के लिये अपनी
सुन्दरता त्याग देती है.....और
वही बेटा एक सुन्दर बीवी के लिए
अपनी माँ को त्याग देता है
जीवन में हर जगह हम
✅"जीत" चाहते हैं...
सिर्फ फूलवाले की दूकान ऐसी है
जहाँ हम कहते हैं कि
"हार" चाहिए।क्योंकि
हम भगवान से "जीत" नहीं सकते।
धीमें से पढ़े बहुत ही अर्थपूर्ण है
यह मेसेज...
हम और हमारे ईश्वर,
✌दोनों एक जैसे हैं।
जो रोज़ भूल जाते हैं...
वो हमारी गलतियों को
✋हम उसकी मेहरबानियों को।
वक़्त का पता नहीं चलता
अपनों के साथ.....पर
अपनों का पता चलता है,
वक़्त के साथ वक़्त नहीं बदलता
अपनों के साथ, पर
अपने ज़रूर बदल जाते हैं
✋वक़्त के साथ...!!!
ज़िन्दगी पल-पल ढलती है,
जैसे रेत मुट्ठी से फिसलत है...
शिकवे कितने भी हो हर पल,
फिर भी हँसते रहना...
क्योंकि ये ज़िन्दगी जैसी भी है,
☝बस एक ही बार मिलती है।
ये SMS जरुर सबको भेजना
⚓ जमीन अच्छी हो
खाद अच्छा हो
परंतु 'पानी' अगर
'खारा' हो तो
फूल खिलते नहीं ।
⚓ भाव अच्छे हो
कर्म भी अच्छे हो
मगर 'वाणी' खराब हो तो
'सम्बन्ध' कभी टिकते नहीं।
प्यार वो हैं..
जब माँ रात को आती है
और कहती हैं..
"सो जा, बाकी सुबह उठ कर पढ़ लेना"
❤प्यार वो हैं ...
जब हम tution से वापस आये और पापा कहे-
"बेटा लेट होने वाले थे तो कॉल कर देते"
प्यार वो है....
जब भाभी कहती हैं -
"ओये हीरो;
लड़की पटी की नही"
प्यार वो हैं....
जब बहन कहती हैं-
"देखूंगी मेरी शादी के बाद तेरा काम कौन करेगा
"प्यार वो हैं....
जब हम निराश हो और भाई आकर कहे-
"चल नौटंकी कही घुमने चलते हैं"
प्यार वो है...
जब दोस्त कॉल करके कहे-
ओये कमीने जिन्दा हैं या मर गया"
यह है सच्चा प्यार।
इसे अपने जीवन मैं बिलकुल भी ना गवाएं..
प्यार केवल गर्ल फ्रेंड या बॉय फ्रेंड होना ही नही हैं।
यह प्यार उससे भी ऊपर हैं।
[वक़्त अच्छा ज़रूर आता है;
मगर वक़्त पर ही आता है!
कागज अपनी किस्मत से उड़ता है; लेकिन पतंग अपनी काबिलियतसे!
इसलिए किस्मत साथ दे या न दे;
काबिलियत जरुर साथ देती है!
दो अक्षर का होता है लक;
ढाई अक्षर का होता है भाग्य;
तीन अक्षर का होता है नसीब;
साढ़े तीन अक्षर की होती है किस्मत;
पर ये चारों के चारों चार अक्षर, मेहनत से छोटे होते हैं!........
जिंदगी में दो लोगों का ख्याल रखना बहुत जरुरी है!
पिता: जिसने तुम्हारी जीत के लिए सब कुछ हारा हो!
माँ: जिसको तुमने हर दुःख में पुकारा हो!
काम करो ऐसा कि पहचान बन जाये;
हर कदम चलो ऐसे कि निशान बन जायें;
यह जिंदगी तो सब काट लेते हैं;
जिंदगी ऐसे जियो कि मिसाल बन जाये!
भगवान की भक्ति करने से शायद हमें माँ न मिले;
लेकिन माँ की भक्ति करने से भगवान् अवश्य मिलेंगे!
अहंकार में तीन गए;
धन, वैभव और वंश!
ना मानो तो देख लो;
रावन, कौरव और कंस!.
'इंसान' एक दुकान है, और 'जुबान' उसका ताला;
जब ताला खुलता है, तभी मालुम पड़ता है;
कि दूकान 'सोने' कि है, या 'कोयले
एक दिन मैं कॉलेज से घर आने के
लिये निकला आसमान में बादल थे...
लग रहा था कि बारिश होने वाली थी...
इसलिए सोचा कि घर जल्दी पहुँच जाऊँ पर रास्ते में
ही बारिश शुरू हो गई और मैं भीग गया...!!!
घर जाते ही बड़ी बहन ने कहा -: "थोड़ी देर रुक
नही सकते थे...??"
.
बड़े भाई ने कहा -: "कहीं साइड में खड़े
हो जाते ...??"
.
पापा ने कहा -: "खड़े कैसे हो जाते..!! जनाब
को बारिश में भीगने का शौक जो है..??"
.
.
.
इतने में मम्मी आई और सिर पर टॉवेल रखते हुऐ
बोली -: "ये बारिश भी ना... थोड़ी देर रुक
जाती तो मेरा बेटा घर आ जाता...!!!"
'माँ' तो 'माँ' होती है...
••••••••••••••••••••••
क्या खूब लिखा है किसी ने
आगे सफर था और पीछे हमसफर था..
रूकते तो सफर छूट जाता और चलते तो हमसफर छूट जाता..
मंजिल की भी हसरत थी और उनसे भी मोहब्बत थी..
ए दिल तू ही बता,उस वक्त मैं कहाँ जाता...
मुद्दत का सफर भी था और बरसो
का हमसफर भी था
रूकते तो बिछड जाते और चलते तो बिखर जाते....
यूँ समँझ लो,
प्यास लगी थी गजब की...
मगर पानी मे जहर था...
पीते तो मर जाते और ना पीते तो भी मर जाते.
बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए!!!
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए!!!
वक़्त ने कहा.....काश थोड़ा और सब्र होता!!!
सब्र ने कहा....काश थोड़ा और वक़्त होता!!!
सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए साहेब...।।
आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर।।
"हुनर" सड़कों पर तमाशा करता है और "किस्मत" महलों में राज करती है!!
"शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी,
पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने,
वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता"..
अजीब सौदागर है ये वक़्त भी!!!!
जवानी का लालच दे के बचपन ले गया....
अब अमीरी का लालच दे के जवानी ले जाएगा. ......
लौट आता हूँ वापस घर की तरफ... हर रोज़ थका-हारा,
आज तक समझ नहीं आया की जीने के लिए काम करता हूँ या काम करने के लिए जीता हूँ।
बचपन में सबसे अधिक बार पूछा गया सवाल -
"बङे हो कर क्या बनना है ?"
जवाब अब मिला है, - "फिर से बच्चा बनना है.
“थक गया हूँ तेरी नौकरी से ऐ जिन्दगी
मुनासिब होगा मेरा हिसाब कर दे...!!”
दोस्तों से बिछड़ कर यह हकीकत खुली...
बेशक, कमीने थे पर रौनक उन्ही से थी!!
भरी जेब ने ' दुनिया ' की पहेचान करवाई और खाली जेब ने ' अपनो ' की.
जब लगे पैसा कमाने, तो समझ आया,
शौक तो मां-बाप के पैसों से पुरे होते थे,
अपने पैसों से तो सिर्फ जरूरतें पुरी होती है। ...!!!
हंसने की इच्छा ना हो...
तो भी हसना पड़ता है...
.
कोई जब पूछे कैसे हो...??
तो मजे में हूँ कहना पड़ता है...
.
ये ज़िन्दगी का रंगमंच है दोस्तों....
यहाँ हर एक को नाटक करना पड़ता है.
"माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती...
यहाँ आदमी आदमी से जलता है...!!"
दुनिया के बड़े से बड़े साइंटिस्ट,
ये ढूँढ रहे है की मंगल ग्रह पर जीवन है या नहीं,
पर आदमी ये नहीं ढूँढ रहा
कि जीवन में मंगल है या नहीं।
मंदिर में फूल चढ़ा कर आए तो यह एहसास हुआ कि...
पत्थरों को मनाने में ,
फूलों का क़त्ल कर आए हम
गए थे गुनाहों की माफ़ी माँगने ....
वहाँ एक और गुनाह कर आए हम ।।
अगर दिल को छु जाये तो शेयर जरूर करे..
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