Love SMS, Zindagi ek khuli kitab ki - Paagalwords.blogspot.com
Latest Update
Loading...

Love SMS, Zindagi ek khuli kitab ki

ज़िन्दगी इक खुली किताब की तरह थी। ... 
हर इक शख्श बारी बारी पढ़कर चला गया। .. 
किसी ने कुछ हसीन किस्से लिखे। ...... 
और किसी ने लिखा हुआ भी मिटा दिया। ....... 
अब कलम रोज़ पूछती है मुझसे। ....... 
तू दर्द में मुझे क्यों हमदर्द बनाता है। .... 
मैंने भी मुस्कुराकर कह दिया। ..... 
जो हमदर्द दर्द न समझे। ....... 
तेरे सहारे कुछ दर्द उनके नाम लिख दिया !!!!!!
Notification
Hello! HindiFiles welcomes you. But @ This time we maintains www.hindifiles.com. So Browse Later...
Done