हवाओं का रुख बदला हुआ है
तुम को छुप छुप के देखने वाला
शमा हुआ है
इक दुआ उसके लिए भी कर ले
ऐ मेरे बेदर्द सनम
जो आज भी तेरे लिए
वही ठहरा हुआ है।
तुम को छुप छुप के देखने वाला
शमा हुआ है
इक दुआ उसके लिए भी कर ले
ऐ मेरे बेदर्द सनम
जो आज भी तेरे लिए
वही ठहरा हुआ है।